2032 तक 130 गीगावॉट क्षमता अर्जित करेगा NTPC:परियोजना प्रमुख ने कहा- दक्षता के साथ बिजली उत्पादन कर रहा एनटीपीसी बरौनी
2032 तक 130 गीगावॉट क्षमता अर्जित करेगा NTPC:परियोजना प्रमुख ने कहा- दक्षता के साथ बिजली उत्पादन कर रहा एनटीपीसी बरौनी
NTPC को भारत के विकास को ऊर्जा प्रदान करते हुए विश्व की अग्रणी विद्युत कंपनी बनाना हमारी दृष्टि है। हमारा लक्ष्य है, नवप्रवर्तन और स्फूर्ति से संचालित रहते हुए किफायती दक्षतापूर्ण और पर्यावरण हितैषी तरीके से विश्वसनीय विद्युत ऊर्जा और सम्बद्ध सेवाएं प्रदान करना है। यह बातें NTPC बरौनी के परियोजना प्रमुख जयदीप घोष ने प्रेस मीट में कही है। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भवन में आयोजित प्रेस मीट में उन्होंने कहा है कि NTPC बरौनी अपने व्यवसायिक संचालन कार्यों के साथ-साथ अपने सामाजिक उत्तरदायित्व की नीतियों से विकास के प्रति गाथा पिरो रहा है। NTPC भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा समूह है, जो 1975 से ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के अलावा हाइड्रो, परमाणु और नवीनीकरण ऊर्जा का भी उपयोग कर रहा है। जिससे कार्बन उत्सर्जन कम हो रहा है। एनटीपीसी की वर्तमान स्थापित क्षमता 76294 मेगावाट है। जिसमें 51 एनटीपीसी स्वामित्व वाले और 42 संयुक्त उद्यम शामिल हैं। एनटीपीसी का 2032 तक 130 गीगावॉट की स्थापित क्षमता अर्जित करने का लक्ष्य है। जिसका करीब 50 प्रतिशत हिस्सा नवीकरणीय स्रोतों सोलर, जल, वायु आदि से उत्पादित किया जाएगा। एनटीपीसी में कंसल्टेंसी, पावर ट्रेडिंग, प्रशिक्षण, ग्रामीण विद्युतीकरण, राख का उपयोग और कोयला खनन के क्षेत्र में भी विविधीकरण किया है। वर्तमान में कंपनी के पास राष्ट्रीय क्षमता का 17 प्रतिशत हिस्सा है। यह भारत के कुल बिजली उत्पादन में 25 प्रतिशत का योगदान करती है। बिहार के बेगूसराय जिले में पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित बरौनी थर्मल पावर स्टेशन 500 मेगावाट का कोयला आधारित बिजली स्टेशन है। बरौनी थर्मल पावर का हस्तांतरण 2018 में बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा एनटीपीसी को किया गया। यहां उत्पादित बिजली का शत-प्रतिशत हिस्सा बिहार को जाता है। हम निरंतर दक्ष विद्युत उत्पादन के लिए प्रयासरत है। इसी के फलस्वरूप एनटीपीसी बरौनी को भारत सरकार द्वारा जल संसाधन संरक्षण और प्रबंधन के लिए बड़े उद्योग अनुभाग में प्रथम स्थान, प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक पर्यावरण प्रबंधन पुरस्कार-2024 और PRCI उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। सामुदायिक विकास संबंधी सुझाव के जबाब में उन्होंने कहा कि सामुदायिक विकास के लिये अग्रसर बिजली उत्पादन के साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा एवं सामुदायिक विकास के लिए एनटीपीसी बरौनी लगातार तत्पर है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति एनटीपीसी बरौनी के द्वारा कई कदम उठाये जा रहे है। जल जीवन हरियाली प्रोग्राम के तहत 75 हजार पौधारोपण किया गया है। मौके पर प्रचालन एवं अनुरक्षण महाप्रबंधक सुरजीत घोष, मानव संसाधन अपर महाप्रबंधक सरोज कुमार, मानव संसाधन उप महाप्रबंधक डी.एस. कुमार, ईईएमजी वरिष्ठ प्रबंधक सूर्य प्रकाश चौधरी, मानव संसाधन वरिष्ठ प्रबंधक केशरी नंदन मिश्र एवं गौरव चक्रवर्ती, निगम संचार उप प्रबंधक उमेश निगम तथा सीएसआर एग्जेक्युटिव ज्योतिषमिता देवा बोरा भी उपस्थित थे।
NTPC को भारत के विकास को ऊर्जा प्रदान करते हुए विश्व की अग्रणी विद्युत कंपनी बनाना हमारी दृष्टि है। हमारा लक्ष्य है, नवप्रवर्तन और स्फूर्ति से संचालित रहते हुए किफायती दक्षतापूर्ण और पर्यावरण हितैषी तरीके से विश्वसनीय विद्युत ऊर्जा और सम्बद्ध सेवाएं प्रदान करना है। यह बातें NTPC बरौनी के परियोजना प्रमुख जयदीप घोष ने प्रेस मीट में कही है। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भवन में आयोजित प्रेस मीट में उन्होंने कहा है कि NTPC बरौनी अपने व्यवसायिक संचालन कार्यों के साथ-साथ अपने सामाजिक उत्तरदायित्व की नीतियों से विकास के प्रति गाथा पिरो रहा है। NTPC भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा समूह है, जो 1975 से ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के अलावा हाइड्रो, परमाणु और नवीनीकरण ऊर्जा का भी उपयोग कर रहा है। जिससे कार्बन उत्सर्जन कम हो रहा है। एनटीपीसी की वर्तमान स्थापित क्षमता 76294 मेगावाट है। जिसमें 51 एनटीपीसी स्वामित्व वाले और 42 संयुक्त उद्यम शामिल हैं। एनटीपीसी का 2032 तक 130 गीगावॉट की स्थापित क्षमता अर्जित करने का लक्ष्य है। जिसका करीब 50 प्रतिशत हिस्सा नवीकरणीय स्रोतों सोलर, जल, वायु आदि से उत्पादित किया जाएगा। एनटीपीसी में कंसल्टेंसी, पावर ट्रेडिंग, प्रशिक्षण, ग्रामीण विद्युतीकरण, राख का उपयोग और कोयला खनन के क्षेत्र में भी विविधीकरण किया है। वर्तमान में कंपनी के पास राष्ट्रीय क्षमता का 17 प्रतिशत हिस्सा है। यह भारत के कुल बिजली उत्पादन में 25 प्रतिशत का योगदान करती है। बिहार के बेगूसराय जिले में पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित बरौनी थर्मल पावर स्टेशन 500 मेगावाट का कोयला आधारित बिजली स्टेशन है। बरौनी थर्मल पावर का हस्तांतरण 2018 में बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा एनटीपीसी को किया गया। यहां उत्पादित बिजली का शत-प्रतिशत हिस्सा बिहार को जाता है। हम निरंतर दक्ष विद्युत उत्पादन के लिए प्रयासरत है। इसी के फलस्वरूप एनटीपीसी बरौनी को भारत सरकार द्वारा जल संसाधन संरक्षण और प्रबंधन के लिए बड़े उद्योग अनुभाग में प्रथम स्थान, प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक पर्यावरण प्रबंधन पुरस्कार-2024 और PRCI उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। सामुदायिक विकास संबंधी सुझाव के जबाब में उन्होंने कहा कि सामुदायिक विकास के लिये अग्रसर बिजली उत्पादन के साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा एवं सामुदायिक विकास के लिए एनटीपीसी बरौनी लगातार तत्पर है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति एनटीपीसी बरौनी के द्वारा कई कदम उठाये जा रहे है। जल जीवन हरियाली प्रोग्राम के तहत 75 हजार पौधारोपण किया गया है। मौके पर प्रचालन एवं अनुरक्षण महाप्रबंधक सुरजीत घोष, मानव संसाधन अपर महाप्रबंधक सरोज कुमार, मानव संसाधन उप महाप्रबंधक डी.एस. कुमार, ईईएमजी वरिष्ठ प्रबंधक सूर्य प्रकाश चौधरी, मानव संसाधन वरिष्ठ प्रबंधक केशरी नंदन मिश्र एवं गौरव चक्रवर्ती, निगम संचार उप प्रबंधक उमेश निगम तथा सीएसआर एग्जेक्युटिव ज्योतिषमिता देवा बोरा भी उपस्थित थे।